सोचता हूँ क्या दे पाउँगा जो मैंने पाया है इस देश से
क्या मैं कभी चुका पाउँगा जो मैंने पाया है इस देश से ||
फेलाना है मुझे देश सम्मान की भावना
शायद इस तरह नज़र मिला पाउँगा इस देश से ||
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* Our life iz full of colors and I hope this 26th January will add more colors in ur life*
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खोया है हर नागरीक जाने किस होड़ मैं
दिलाना है याद उसे इस देश की ||
मौका है गडतंत्र दिवस
मिल के सुंदरता बढ़ाना है इस देश की ||
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